Watch Advertisement: जानें घड़ी के विज्ञापनों में हमेशा क्यों दिखाया जाता 10 बजकर 10 मिनट?
Watch Advertisement: आज के समय में जीतनी मेहनत और बुद्धी एक फिल्म बनाने में की जाती है, उतनी ही मेहनत एक विज्ञापन बनाने में हो रही है। कई बड़ी कंपनियां अपने एक एक विज्ञापन से करोड़ो कमाती है। वजह है उनके द्वारा की गई मेहनत। हमेशा से ही विज्ञापनों में शब्दों की जगह दृश्यों का ज्यादा इस्तमाल होता आ रहा है।
ऐसे में लोगों को हर छोटा बड़ा विज्ञापन लंबे समय तक याद रह जाता है। कुछ अपनी इमोशनल दृश्य के चलते तो कुछ जागरूक बनाने के लिए। ऐसी ही एक जागरूक विज्ञापन के बारे में आज हम बात करने जा रहे है। आइए आज जानते है कि आखिर क्यों घड़ी (Watch) के विज्ञापनों में हमेशा 10 बजकर 10 मिनट दिखाया जाता है। इसके पीछे की वजह क्या है?
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दरअसल, आप जब भी किसी घड़ी (Watch) का विज्ञापन देखेंगे तो उसमें 10 बजकर 10 मिनट होते रहता है। वह इसलिए क्योंकि इस वक्त पर घड़ी (Watch) सिमिट्रिकल (Symmetrical Look) और सकारात्मक नजर आती है। मनोविज्ञान के अनुसार आम लोग को सिमिट्रिकल चीजे ज्यादा पसंद आती है। क्योंकि वह सकारात्मकता को दर्शाती है। लोग खुश और संतुलित फील करते है। ये एक तरह का हयूमन नेचर है कि इंसान को वो चीजें देखना ज्यादा पसंद होती हैं जो सिमिट्रिकल हों।
10 बजकर 10 मिनट पर मुसकुराती है घड़ी (Watch)
वहीं, कुछ मनोविज्ञान का मानना है कि जब भी घड़ी (Watch) में 10 बजकर 10 मिनट बजता है, ऐसा लगता है कि घड़ी (Watch) मुसकुरा रही है। उस वक्त घड़ी (Watch) के कांटे एक स्माइली (Smiley look of clock) जैसा दिखता है। जी हां, वही स्माइली जो आप फोन पर अपने दोस्तों को भेजते होंगे। 10 बजकर 10 मिनट समय को ध्यान से देखने पर लगता है कि घड़ी मुस्कुरा रही है। ऐसे में ग्राहकों को सकारात्मक संदेश जाता है और विज्ञापन पॉजिटिव लगता है।
घड़ी (Watch) में विक्ट्री यानी जीत का साइन है V यानी 10.10
जब आप सफल होते हैं तो आप अक्सर अपने हाथों की पहली दो उंगलियों को उठाकर ‘वी’ अक्षर का साइन बनाते होंगे। इसे विक्ट्री यानी जीत का साइन कहते हैं। घड़ी में 10:10 का वक्त इसलिए भी बनाया जाता है क्योंकि ये विक्ट्री का साइन जैसा नजर आता है।