तुलसी की खेती से कर रहा है व्यापार, गरीबी से तंग आकर शुरू किया था व्यापार, अब कमाता है लाखो…!!!
तुलसी: दोस्तों कोई भी व्यक्ति गरीब तब रहता है जब वह कुछ करना नहीं चाहता हो। अगर आप कुछ कर गुजरने की क्षमता रखते हैं तो आप कभी भी गरीब नहीं रह सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि अपनी गरीबी से तंग आ गया था लेकिन बाद में उसने सही तरीके से अपना काम शुरू किया और आज वह लाखों रुपए कमाता है।
हम बिहार के रहने वाले नदीम खान की बात कर रहे हैं जिन्होंने काफी गरीबी देखी है और बाद में उन्होंने सही तरीके से अपनी खेती पर ध्यान दिया और तुलसी की खेती करना शुरू किया तथा उससे मिलने पत्तियों को दवाइयां बनाने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियों में सप्लाई करने लगा जिससे उसकी कमाई काफी गुना बढ़ गई और आज वह लाखों रुपए कमाते हैं यह सब उनकी मेहनत और एक गजब के आइडिया से हुआ है।
तुलसी: ऐसे शुरू किया व्यापार
आपको पता ही होगा कि सनातन धर्म में तुलसी को एक पूजनीय पौधा माना जाता है जिसमें काफी पवित्रता होती है तथा विज्ञान की मानें तो तुलसी में बहुत से ऐसे कारक होते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसीलिए तुलसी का अर्क पेरासिटामोल और इसके अलावा अन्य दवाइयों में काम में आता है जोकि जुकाम बुखार आदि के समय में हमारे शरीर को राहत देता है। तुलसी की चाय से भी हमारे गले को काफी आराम मिलता है।
इन्हीं सब विशेषताओं को देखते हुए नदीम खान ने तुलसी की खेती शुरू की और अपना व्यापार बढ़ाने के लिए दवाइयां बनाने वाली कंपनियों से संपर्क साधा और उनको सीधे ही तुलसी की पत्तियां सप्लाई करने लगे। आपने देखा होगा कि काफी लोग अपने घर में ही तुलसी की पूजा करते हैं और कभी-कभी प्रसाद के रूप में तुलसी की पत्तियों का सेवन भी करते हैं जिससे उनका शरीर स्वस्थ रहता है।
तुलसी: पारंपरिक खेती से हुए परेशान
पारंपरिक खेती से नदीम खान काफी परेशान हो गए थे क्योंकि इस प्रकार की खेती में खाद और यूरिया का काफी उपयोग होता है जिससे कि खेती की लागत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और अगर फसल फिर भी ठीक नहीं हो तो नुकसान बहुत ज्यादा होता है तथा इससे धरती को भी काफी नुकसान झेलना पड़ता है। इस वजह से नदीम खान काफी परेशान हो गए थे और उन्होंने बाद में तुलसी की खेती करना शुरू किया जिसमें कोई भी परेशानी नहीं है। आज नदीम खान एक सफल तुलसी के किसान बन गए हैं।
तुलसी: यहां से मिली प्रेरणा
नदीम खान को तुलसी की खेती करने की प्रेरणा कृषि विज्ञान के विशेषज्ञ जयेंद्र सिंह के द्वारा मिली है। जयेंद्र सिंह कृषि विज्ञान से संबंधित है और अपने क्षेत्र में काफ़ी ऐसी जांच करते रहते हैं और प्रयोग करते है। उनको खेती के बारे में बहुत पता है। जयेंद्र सिंह से ही प्रेरणा लेकर नदीम खान ने तुलसी की खेती करना शुरू किया। उन्होंने पहली फसल बोई और उसको मार्केट में बेचा तो उन्हें काफी मुनाफा प्राप्त हुआ जिससे उनका उत्साह बढ़ गया और इसी को अपना करियर बनाने की सोच ली।
तुलसी: ऐसा है व्यापार
नदीम खान तुलसी की खेती करीब 8 वर्षों से कर रहे हैं और आज उनका व्यापार काफी बढ़ गया है। वह तुलसी को करीब ₹7000 प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचते है। तुलसी एक औषधीय पौधा है इसका इस्तेमाल हर प्रकार की दवाइयों होम्योपैथिक से लेकर आयुर्वेदिक तक होता है। इसकी पत्तियां ही नहीं इस पौधे का हर भाग उपयोगी होता है जिससे इनका मुनाफा और भी बढ़ जाता है। और तो और तुलसी की खेती में ज्यादा समस्याएं नहीं आती है किसी विशेष प्रकार की देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए इनकी लागत कम होती है और मुनाफा ज्यादा। नदीम खान 1 वर्ष में करीब 10 लाख रुपए का मुनाफा कमा लेते है।