टीम में सिलेक्शन के बाद रहाणे का बड़ा बयान, धोनी ने मेरा खेल बदल डाला

आज 25 अप्रैल को बीसीसीआई ने इंग्लैंड मे होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप 2023 के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड की ऐलान कर दिया। इस टीम ने कोई भी खिलाड़ी का नाम ऐसा नहीं था जो फैंस को हैरान करे। लेकिन इन सब के बीच एक खिलाड़ी के नाम ने फैंस का ध्यान अपनी ओर काफी खिचा।

जी हाँ रहाणे (Ajinkya Rahane) ने अपने घरेलू और आईपीएल मे शानदार प्रदर्शन से टीम इंडिया के टेस्ट टीम मे वापसी किया है। वहीं जब WTC 2023 के लिए भारतीय टीम मे इनका चयन हुआ है तो इन्होंने भी एक बयान दिया है जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

WTC मे चुने जाने के बाद Ajinkya Rahane ने दिया बड़ा बयान

अजिंक्य रहाणे ने इंटरव्यू मे बात करते हुए काफी सारे बातें की। रहाणे ने सचिन तेंदुलकर का जिक्र करते हुए कहा- ” एक कप्तान के रूप मे, मुझे अपनी टीम को सामने से नेतृत्व करना था। एक युवा टीम के साथ 2021-22 का बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी दिल थमने वाली सीरीज थी।

वहीं कप्तान के रूप मे एक अच्छी पारी खेल कर एक उदाहरण सेट करना था और तभी मेरे मन मे सचिन पाजी का साल 1999 का एमसीजी का पारी याद आ गया। इससे मुझे उस पारी मे खेलने मे काफी मदद मिली। ” 

उन्होंने CSK और कप्तान धोनी को अपने करियर में बदलाव लाने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा, ‘टर्निंग पॉइंट यहां है कि मुझे खेलने का मौका मिल रहा है। जब सीएसके ने मुझे चुना तो मैं वास्तव में खुश था। उन्होंने मुझे खेलने और खुद को व्यक्त करने का मौका दिया, अगर आप देखें तो मुझे एक-दो साल पहले खेलने के मौके नहीं मिल रहे थे। और, यदि आप मैच नहीं खेलते हैं, तो आप कैसे दिखाएंगे कि आपके पास कौन-कौन से शॉट हैं।’

घरेलू क्रिकेट मे खेला है शानदार और विस्फोटक पारी

आईपीएल मे चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलने से पहले अजिंक्य रहाणे फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में भी उतरे थे। इस टूर्नामेंट मे इन्होंने अपने बल्ले से सामने वाली टीम के कहर बन कर बरसे थे। मुंबई की कप्तानी कर रहे रहाणे ने 7 मैच की 11 पारियों में 58 की औसत से 634 रन बनाए थे। जिसमे 2 शतक और एक अर्धशतक लगाया था। इसमें 204 रन की बड़ी पारी भी शामिल थी। जिसके कारण इतने समय टीम से बाहर रहने के बाद ये फिर से चर्चा मे आए थे।

आखिर क्यों हुआ Ajinkya Rahane का टीम मे चयन

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहाणे को टीम मे शामिल करने का सबसे बड़ा कारण रहाणे के पास अनुभव है। वे इंग्लैंड में तो खेल ही चुके हैं साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन भी अच्छा है। ऐसे में फाइनल जैसे अहम मुकाबले के लिए सेलेक्टर्स ने अनुभव को तरजीह दी है।

अजिंक्य रहाणे के पास 82 टेस्ट खेलने का अनुभव है और वे लगभग 5 हजार रन भी बना चुके हैं। वहीं विराट कोहली के गैरमौजूदगी मे अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में कप्तानी की थी और टीम इंडिया को सीरीज में जीत दिलाने में अहम रोल निभाया था

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