एक जगंल के रास्ते साधू जा रहें थे. तभी अचानक उनके चहरें पर पानी की एक बूँद गिरी. साधू ने अपने ऊपर देखा तो एक कौआ पेड़ पर बैठा रो रहा हैं. साधू ने उस कौआ से पूँछा,” अरे कौआ ! तुझे क्या दु:ख हैं ? तू क्यों आँसू बहा रहा हैं ? तेरी ऐसी कौन सी पीड़ा हैं, जिसे लेकर तू परेशान हैं ?” कौआ बोला, ” हे भगवन ! मेरी एक समस्या हो तो बताऊँ ! मेरे पास तो समस्याएं ही समस्याएं हैं. […]