Success Story: आलू प्याज बेचने वाले पिता की बेटी बनी अफसर, BPSC परीक्षा में जूही ने किया टॉप
Success Story: गुरुवार 4 अगस्त 2022 के दिन बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से बीपीएससी की 66वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया है। इस रिजल्ट के कारण बिहार को कई टॉपर्स मिले हैं। इनमें से एक नाम जूही कुमारी का सामने आया है क्योंकि उनकी यह उपलब्धि काफी खास बताई जा रही है और लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी है।
Success Story: 307वीं रैंक पा कर बनीं आरडीओ
जूही अपने परिवार में सबसे छोटी बेटी है. उनसे बड़ी दो बहनें और एक भाई है. जब बीपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ तो इनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी. क्योंकि जूही इस परीक्षा में पास हो चुकी थी और उसने 307वीं रैंक हासिल की थी. रिजल्ट के बारे में पता चला तो आसपास के लोगों ने घर पर आकर बधाइयां देना शुरू कर दिया. जूही को रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया गया था.
Success Story: बेटी की सफलता पर गर्व
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जूही के पिता रोड पर आलू प्याज बेचने का काम किया करते हैं। आलू प्याज बेच कर अपनी छोटी बेटी की पढ़ाई पूरी तरह से हो पाए, इस बात का जूही के पिता पूरा ध्यान रखा करते थे। अपनी बेटी को हमेशा वह हौसला बढ़ाने का कार्य किया करते हैं, ताकि जूही का हौसला बना रहे। लेकिन आज जूही की सफलता पर उनके पिता गर्व महसूस कर रहे हैं। जूही के पिता ने बताया कि गांव मढौरा में ही रह कर इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की और आगे की पढ़ाई छपरा से की।
Success Story: दो बार विफल रही जूही को तीसरे प्रयास में मिली सफलता
इंटरव्यू के दौरान जूही ने बताया कि इससे पहले उन्होंने दो एग्जाम और दी थी, जिसमें वह विफल हो गई। इस बार उन्होंने तीसरी बार एग्जाम देने का प्रयास किया और सफलता प्राप्त की। दो बार असफल होने के बावजूद भी जूही ने अपने कदम पीछे की ओर नहीं हटाए। देखा जाए तो तीसरी बार में सिर्फ सफलता ही नहीं पाई बल्कि 307 नंबर पर आकर इन्होंने एक मिसाल कायम कर दी। जूही का चुनाव बिहार सरकार में रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर किया गया है।
बीपीएससी ने रिजल्ट के दौरान अधिक जानकारी में बताया कि मौखिक परीक्षा या साक्षात्कार में कुल 1768 उम्मीदवार शामिल हुए थे, जबकि 70 अनुपस्थित रहे थे।