सरकारी Job के लिए Competition Classes का चयन कैसे करें?

दोस्तों, सरकारी नौकरी पाने की चाहत हर युवा की होती हैं । क्योकि एक सरकारी नौकरी आपकी बहुत सी आशा आकाक्षांओ की पूर्ति करती हैं । 
हर एक माँ-बाप की इच्छा होती हैं कि उनकी सतांन अच्छी सरकारी नौकरी प्राप्त करें । 
यदि सरकारी नौकरी होगी तो समाज में इज्जत होगी…. अच्छे शादी सम्बधं होगें …घर में सुख समृद्धी होगी… और भी बहुत सारे जरूरत के काम सुगमता से पूर्ण हो सकेगें ।  इसीलिए युवाओं के मन में सरकारी नौकरी प्राप्त करने की महत्वकांक्षा बढ़ जाती हैं ।
एक unemployed पर प्रेशर तब और ज्यादा बढ़ जाता हैं जब पड़ोस का बच्चा किसी सरकारी जाँब को प्राप्त कर लेता हैं । हम उसकी सफलता को अपनी नाकामी से तुलना कर बैठते हैं । जबकि यह समय उसकी सफलता को खुशी से स्वीकारतें हुए यह जानने का हैं कि उसने किस प्रकार से अपनी तैयारी पूर्ण की ।
अब बात आती हैं कि हम बेसुमार नामचिन सस्थानों में से कौन से संस्थान या कोचिग सेटंर का चुनाव करें । 
तो इसके लिए आपको निम्न बातों को ध्यान में रखतें हुए किसी भी संस्थान या कोचिग सेटंर का चुनाव करना चाहिए …..
1 – Coaching सेंटर का स्थान :-
आप जिस कोचिग सेटंर का चुनाव करने जा रहें हैं । उस कोचिग सेटंर के आस-पास का माहौल सही होना चाहिए ।कोचिग सेटंर के आस-पास साफ सफाई होना बहुत आवश्यक हैं । इससे हमारे शरीर की सुरक्षा होती हैं तथा सोच में सकारात्मक आती हैं ।
जिस प्रकार से आपके घर का पड़ोसी अच्छा हैं तो आपके जीवन में स्वत: शांति और खुशहाली आ जाती हैं । ठीक उसी प्रकार कोचिग सेंटर के अगल-बगल का माहौल उसकी साख पर प्रभाव डालता हैं ।
2 – बौद्धिक ज्ञान के साथ, व्यक्तित्व की जानकारी :-
अधिकतर कोचिंग सेटंर खुद के व्यक्तित्व तथा छात्रो के बौद्धिक ज्ञान पर ध्यान देते हैं । तो कुछ सेटंर सिर्फ अपने बारे में ध्यान देते हैं …वह छात्रों को पैसा बनाने वाली मशीन की तरह इस्तेमाल करते हैं । 
वह दिन-रात इसी सोच में व्यस्त रहतें हैं कि अधिक से अधिक छात्रों को कैसें लाया जाये….इसके लिए वह विज्ञापन तथा होड़िग्स से पूरे शहर को पाट देते हैं । 
जिस प्रकार से मेले में शीशे का महल बना देते हैं जिससें उसमें घुसने वाला व्यक्ति भ्रमित हो जाता हैं कि वह किस दिशा से अदंर प्रवेश हुआ था …वह जिधर भी निगाह दौड़ाता हैं उधर खुद को ही पाता हैं । 
ठीक ऐसा ही होड़िग्स को देखकर छात्रों का दिमाक भी चकरा जाता हैं । वह ऐसी स्थिति में सही सेटंर का चुनाव नहीं कर पातें । 
जो कोचिग सेंटर छात्रों में बौद्धिक तथा व्यक्तित्व दोनों के बीच सही ताल-मेल बैठा लेते हैं सही मायनों में वह सेंटर तथा वहाँ से पढ़कर निकलने वाले छात्र दोनों को सफलता हासिल होती हैं । 
इसके लिए टीचर को पढ़ाने से पहले छात्रों से अपने सवांद के जरियें अभिरूचि पैदा करनी चाहिए ।
छात्रों के Personal work के बारे में चर्चा कीजिए ….उनसे पूछिए कि उनके घर में कौन-कौन हैं …वह सभी क्या काम करते हैं ? 
उनसे रोज किसी नये topics पर चर्चा कीजिए ….तथा आपको समय का भी ध्यान रखना होगा । इससे होगा यह कि छात्र आपकों रूचिपूर्ण ढ़ग से सुनेगें …तथा छात्र आप में अपनापन तलाशेगें । 
3 – Branded का भूत सवार होना :-
कोचिग सेंटर का चुनाव करते समय छात्रों के दिमाक में ब्रांड का भूत सवार होता हैं । हाँ यह बात सही हैं कि ब्राडे़ड चीजों की बिक्री ज्यादा होती हैं मगर वह उतनी ठीक हैं इसके पैमाने के लिए आपके पास कोई लेबोट्री नहीं हैं । 
हमारे धर्म शास्त्रों में भी विधार्थीयों के लिए बताया गया हैं …
“काक चेष्टा, बको ध्यानम्, श्वान निंद्रा तथैव च, 
अल्पाहारी, ग्रह त्यागी, विधार्थी पंच लक्षणम ।”
अर्थात – कौआ की तरह चतुराई तथा दुसरों से छीन कर खाना मतलब हमेशा किसी भी तरह ज्ञान पाने की भूख की भरपाई करना ।
बगुले का ध्यान जैसे अपने शिकार पर होता हैं ठीक उसी प्रकार विधार्थी का ध्यान अपनी किताबों पर होना चाहिए ।
कुत्ते की तरह विधार्थी की नींद होनी चाहिए जो जरा सी आहट पर जाग उठे ।
कम खाना खाने का मतलब हैं कि आप ज्यादा भी न खायें जिससे अपच हो जायें , तुरन्त नींद आ जायें और ज्यादाकम भी न खायें जिससे आप कमजोर हो जायें । 
अंतिम पाँचवा और अहम हैं कि आप अपनी शिक्षा के लिए अपने घर को त्यागे …..इसके लिए आपको कहीं जगंल या अधिक दूर जाने की आवश्यकता नहीं हैं ।  यहाँ घर से आशय घर में रहने वाले लोगों से हैं । जिनसे आपको कम से कम मिलना चाहिए ताकि आपको अधिक से अधिक समय अपनी पढ़ाई के लिए मिल सकें ।
इसके लिए आपको मन-मुटाव करने की आवश्कता नहीं हैं । बस अपने आप से एक समझौता कीजिए और एक निश्चित समय बनाइयें किसी से भी मिलने का …..।
“अधिक शारीरिक सुविधाओं की अभिलाषा बिधा अध्यन में बाधा बन जाती हैं ।”
4 – Comparison ( तुलना करना ) :-
जब आप किसी शहर का चुनाव कर लेते हैं तो यह तय हो जाता हैं कि आपने वहाँ रहने की व्यवस्था कर ली हैं । 
अौर आपने कहीं न कहीं किसी एक सेंटर से पढ़ने का प्लान भी कर लिया होगा …..मगर आपको किसी भी सेंटर को सुनिश्चित करने से पहले यह जाँच लें कि वहाँ पढ़ने वाले छात्र खुश हैं…और आप जिससे पूँछ रहें हैं क्या वो भी इतना गम्भीर हैं ?
यही काम आपको उस शहर में जितने भी उचित कोचिग सेंटर हैं सभी के बारे में जाकर जानकारी Collect करके एक List बनानी हैं ।
जब आप यह सब कर लेतें हैं तो आपको मालूम पड़ जाएगा कि कौन सा सेंटर ज्यादा Suitable हैं । 
दोस्तों, अगर आप इन चार बातों को Follow करतें हैं तो सफलता आपकों जरूर मिलेगीं ।  
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