क्रेडिट कार्ड से पैसे कमाने के 7 तरीके

दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि Credit card से पैसे कमाये जा सकते हैं. जी हां ! हम ज्यादातर credit card का Use पैसे न होने पर करते हैं. फिर उस Credit पर 32% तक का भारी भरकम ब्याज अदा करते हैं. लेकिन यदि Credit card का Use प्लानिग के साथ किया जाये तो हम Credit card से पैसे भी कमा सकते हैं.
तो चलिये वो कौन से ऐसे 7 तरीके हैं जिनका इस्तेमाल करके पैसे कमायें जा सकते हैं. आप पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आप Golden rouls को भी जान सकें.

1- Intrest free loan

सबसे पहले आपको debit card और credit card में अंतर पता होना चाहिए. डेबिट कार्ड का जब use करते हैं तो खाते में से पैसे कटते हैं. लेकिन जब credit card का उपयोग करते हैं तो पैसे नहीं कटते क्योकि तब हम लोन लेते हैं. यह लोन आपको पूरे पचास दिनो के लिए Intrest free मिलता है.
अब हमे 50 दिनो के लिए Intrest free पैसा मिलता है तो क्या इससे हमें फायदा मिलेगा ?
क्रेडिट कार्ड से प्राप्त रूपयो को अपने सेविग A/c में डाल दो. सेविग a/c में डालने पर आपको ब्याज मिलेगी. वो भी 6% की दर से.
मान लीजिए आपने 4 लाख का कोई सामान खरीदा. यदि आप 4 लाख अपने डेबिट कार्ड से पेमेंट करेगें तो आपको कुछ भी नहीं मिलेगा. वही क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर पचास दिन की छूट मिल जायेगी. इन पचास दिनो में 4 लाख रूपये पर 6% की दर से 3333/- रूपये आपकी Income हो जायेगी.
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2- No cost EMI option

क्रेडिट कार्ड से पैसे कमाने के 7 तरीके

जब आप कोई सामान लेने जाते हैं तो आप एक साथ पैसा pay नहीं करना चाहते. आप पचास दिनो के बाद भी पूरा पैसा एक साथ नहीं देना चाहते. तो आँनलाइन कम्पनियां अपना माल बेचने के लिए EMI की सुविधा देती हैं. जिसमें लिखा होता है No cost emi.
मान लेते है कि आपने 30,000  रूपये का एक मोबाइल खरीदा. जो आप 30 हजार को अगले 6 महिने की no cost EMI पर देगें. जो कि 5 हजार हर महिने के हिसाब से होगा. तब तक आप अपने जमा पैसे पर ब्याज प्राप्त करेगें और यदि आप business man है तब तो आप 15 से 30% तक earning करेगें.

3- Improve your cibil score

क्रेडिट कार्ड से पैसे कमाने के 7 तरीके

यदि आप डेबिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो आपका कोई Cibil score नहीं बढ़ेगा. लेकिन समय से क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो आपका Cibil score बढ़ता जाता है. यदि आपका Cibil score 800 से ऊपर हो गया तो आप loan के लिए apply कर सकते हैं.
यदि आप निकट भविष्य में गाडी या घर खरीदते हैं तो आपको loan थोड़ा कम ब्याज पर मिल जायेगा.
मान लेते है कि आपका बैंक A/C SBI में हैं और आपका Cibil score बहुत अच्छा है तो आपको 6.5% की रेट पर ब्याज मिल जायेगा और यदि आपका Cibil score सही नहीं है तो आपको किसी privet bank के पास जाना पड़ेगा जो 9 से 12% की दर से ब्याज देना पड़ेगा.
दरअसल डिजिटल लेन-देन की इस दुनिया में हर तरह सुविधाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं. आप जो बैंक से लेन-देन करते हैं वो सब लोन लेते वक्त देखा जाता है. अक्सर बैंक ग्राहक को क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही लोन ऑफर करता है. अगर आपका स‍िबिल स्कोर अच्छा होगा, तो बैंक आपको लोन देने में कतराएंगे नहीं. आपको आसानी से वोन मिल जायेगा.

जब आप बैंकों में लोन के लिए apply करते हैं तो बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करते हैं कि आपने पहले कभी loan लिया है या नहीं, अगर loan लिया था तो उसका पेमेंट टाइम पर किया या नहीं. बैंक को cibil score के जरिये पता चल जाता है कि आपने पास्ट में कोई गड़बड़ी की है, तभी लोन देने से बैंक मना कर देते हैं.
Cibil score खराब होने की वजह
अक्सर लोग loan लेकर सही टाइम पर पेमेंट नहीं करते हैं. देर से EMI भरना, credit card का सही समय पर भुगतान नहीं करना, ऐसे कदम से cibil score पर प्रतिकूल असर पड़ता है.
इसके अलावा loan के विषय में बहुत ज्यादा पूछताछ करने से भी cibil score पर negative असर पड़ता है, क्योंकि आप जितने बैंक से संपर्क करेंगे सभी बैंक सिबिल स्कोर चेक करेंगे. लगातार सिबिल चेक होने से उसपर निगेटिव असर पड़ता है.
जितना बेहतर आपका credit score होगा. बैंकों की तरफ से आपका लोन मिलने की उतनी ही ज्यादा संभावना रहेगी. इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि सिबिल स्कोर 750 से नीचे न हो. इसके अलावा Cibil score बढ़िया रहने से कम ब्याज पर लोन मिल जाता है.
कैसे सुधारें cibil score
किसी भी तरह के लोन का भुगतान समय पर करें. home लोन, Auto लोन, persnal लोन और क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में तालमेल बनाकर रखें. किसी एक तरीके के क्रेडिट पर ज्यादा निर्भरता से आपका स्कोर खराब हो सकता है.
कहां करें पता
आपका क्रेडिट स्कोर कितना है. ये आप आसानी से चंद सेकंड में पता कर सकते हैं. इसमें आप भारतीय स्टेट बैंक की मदद ले सकते हैं. इसके लिए https://homeloans.sbi/getcibil पर जाना होगा. यहां पर पर्सनल डिटेल भरें. पैन नंबर या फिर कोई भी पहचान पत्र डिटेल यहां पर देनी होगी. मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी आपको यहां एंटर करनी होगी. जैसे ही आप ये सारी डिटेल देंगे, तो आपको मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा. इस ओटीपी को एंटर करने के बाद आपके सामने आपका क्रेडिट स्कोर दिख जाएगा.
क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर 3 अंकों का एक नंबर होता है. यह 300 से 900 के बीच हो सकता है. अगर स‍िबिल स्कोर 900 के करीब होता है तो उसे सबसे बेहतर माना जाता है. यानी जितना अधिक होगा, उतना बेहतर होगा. इसी आधार पर बैंक तय करता है कि ग्राहक को कितना लोन दिया जाए. करीब 79 फीसदी लोन 750 से अधिक के सिबिल स्कोर को देखकर दिए जाते हैं.
Rating के मायने
अगर किसी ग्राहक का 300 से 550 के बीच Cibil score है तो इसके पुअर माना जाता है, और बैंक ऐसे ग्राहकों को सीधे लोन देने से मना कर देता है. अगर सिबिल स्कोर 550 से 650 के बीच है, इसे औसत माना जाता है. ऐसे में बैंक ज्यादा ब्याज दर या फिर लोन देने से मना भी कर सकता है. वहीं अगर 650 से 750 के बीच है तो इस अच्छा माना जाता है और बैंक लोन को कंसीडर कर लेगा. जबकि अगर ग्राहक का सिबिल स्कोर 750-900 के बीच है तो फिर बैंक बिना देरी किए सबसे कम ब्याज दर पर लोन ऑफर कर देगा.

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4- Earn atractive cash back

Credit card
आपको हर तरफ से atractive cash back देखने को मिलेगा. यह cash back offer उन्ही लोगों के पास आता है जिनके पास क्रेडिट कार्ड है. अब क्यों न इस offer का लाभ उठाया जायें क्योकी इसमें हमारा ही पैसा बचता है.
मान लीजिए आपने 50 हजार का AC खरीदा और 10% cash back मिल गया तो आपको 5000 रूपये का फायदा हो गया.

5- Earn reward point on credit card

आपके घर के जितने भी गैस, बिजली, पानी आदि के बिल हैं वो सारे के सारे क्रेडिट कार्ड से Pay करते हैं तो आपको बदले में reward point मिलते है.
अब आपको यह reward point मिलते कैसे हैं ?
आप जब भी किसी दुकानदार को पेमेंट करते है तो आपके बिल का 2% पैसा dedect होकर दुकानदार को मिलता है.
मान लीजिए आपने 1000 रूपये का पेमेंट किया तो उसमें से दुकानदार को 980 रूपये क्रेडिट कार्ड के द्वारा मिलेगें. 20 रूपये मास्टर कार्ड या वीजा कार्ड कम्पनी कमा के हमें reward point के रूप में दें रहीं हैं. business में सब कुछ चलता है.
अब आप जब भी क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करें तो समझ जाये कि सामने वाले को 2% पैसा कम गया है.

6- Income tax benefit on business expenses

आपके business में जो revanue collect होता है उसमें से आप business expenses घटाते हैं. उसके बाद taxable income बनती है.
कोई भी business man जब क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करता है तो उसका leagly tax बचता है. तो इसे income tax planning भी कहते है.

7- Track all your expenses on statements

आपने जो भी खर्चे किये है चाहे वो किसी पार्टी के हो, मोबाइल रिचार्ज के, बिजली बिल आदि कोई भी खर्चा हो वो सारा का सारा मालुम चल जायेगा. इससे यह फायदा होगा कि आप unnesssary expenses पता कर पायेंगे. इससे आप थोडे से समझदार बन सकते है कि आप फालतू के खर्चे ना करें.
Goldan roules 
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते समय ये चार Goulden Rouls जरूर फोलो करें ताकि आप बाद

1- Pay your bill before time

यदि आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहें हैं तो आप समय से पहले pay कर दें, अन्यथा आप पर काफी तगड़ा चार्ज लग सकता है. आपके 6% बचने की जगह 15% देने पड़ सकते हैं. आप आखिरी दिन तक का इंतजार ना करें, पहले ही पेमेंट कर दें.

2- Don’t spend over 60% of your credit limit

माना कि आपके कार्ड की 1 लाख की लिमिट है तो आप 60 हजार से ज्यादा का खर्चा मत करों. क्योकि इससे आपका Cibil score डाउन होता है.

3- Always have sufficient in your account

आप अपने सेविंग A/C में पर्याप्त पैसा बचा के रखें. हमेशा क्रेडिट कार्ड पर ही निर्भर न रहें. आप इसलिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल न करें कि आपके पास कार्ड है तो करना ही करना है. ऐसा बिल्कुल ना करें. आप अपनी बहुत जरूरतों के लिए ही कार्ड का इस्तेमाल करें..

4- Don’t spend becouse you have credit card.

आपके पास कार्ड है तो आप महंगी-महंगी चीजे खरीदने लगें तो आप क्रेडिट कार्ड के ट्रैप में फस जायेंगे. क्योकि आप जितना अधिक कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. कार्ड की लिमिट बढ़ती जाती है. क्रेडिट कार्ड कम्पनियां भली भांति जानती है कि आप एक न एक बार गलती करेंगे. हो सकता है कि आप late पेमेंट करें या फिर हो सकता है कि आप इतना अधिक खर्चा कर दें कि आप EMI देना चालू कर दें. बस यही से इन कम्पनियों की Income शुरू होती है.

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