तू भी जीत का हकदार है | Best Inspirational Poem in Hindi
December 23, 2018
दोस्तों, आज हम आपको स्वरचित ऐसी रचना लेकर आयें हैं जो आपकी हकीकत से रूबरू करायेगी और आपके अदंर के जोश के साथ – साथ अवचेतन मन को जगाने का काम भी करेगी ।
आप कविता को पूरा अवश्य पढे़ …..।
तू भी जीत का हकदार है
भविष्य खिचता जा रहा…
वर्तमान रिसता जा रहा ।
अतीत में भूतकाल है….
व्यथित में कपाल हैं ।
अनियोजित आज हैं…
विलासताओ का राज है ।
धैर्य, परिणाम की परिधि पर…
निरतंरता की डोर मर्जी पर ।
नीरसता चारों ओर हैं..
अज्ञान का तम घनघोर हैं ।
मेहनत अलसाई जा रहीं….
किश्मत आजमाई जा रहीं ।
कुण्ठित मन सघन हैं….
तठस्थ पर लगन हैं ।
एक बार तू कर प्रण..
फिर कूद जा कुरू रण ।
दिखा करके जो तू सोचता..
प्रश्न जो तुझे रोज नौचता ।
पीछे मत देख हालात को..
दृण से भगा हर बलात को ।
फिर निश्चित हार की भी हार हैं..
आखिर
तू भी जीत का हकदार हैं ।
तू भी जीत का हकदार हैं ।
हाँ तू भी जीत का हकदार हैं ।।
-विवेक पाठक
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