निर्णय लेने की क्षमता के अद्भुद फायदे

Article on Decision Making in Hindi

नमस्कार दोस्तों, स्वागत हैं आपका अपनी पसंदीदा बेवसाइट MJC में. यहाँ आपको Valuable post पढ़ने को मिलती हैं. जिन्हे पढ़कर आप अपने जीवन को सवार सकतें हैं.  आज की पाँस्ट में जानेगें  निर्णय लेने की क्षमता के अद्भभुद फायदें. “निर्णय लेने की क्षमता आपके विवेकअनुभव तथा ज्ञान पर निर्भर करती हैं.”
वैसे तो आपको दैनिक जीवन से जुड़े कार्यों में हर रोज निर्णय लेने पड़ते हैं जैसे –
कब सोना हैं ?
कब खाना हैं ?
कब घर का सामान खरीदना हैं आदि ?
कुछ निर्णय खास अवसर या मौको पर लियें जातें हैं जैसे –
* भण्डारें में दी जाने वाली चंदे की राशी का निर्णय.
* रिश्तेदारी में होने वाले Function में पहने जाने वाली ड्रेस का चुनाव
बहुत से लोग अच्छी ड्रेस का चुनाव दूसरो के मन मुताबिक करते हैं. जैसें, ड्रेस नहीं किसी नेता का चुनाव कर रहें हो. यदि आप अपने लिए पहनी जाने वाली ड्रेस को चार लोगों से पूँछोगें तो चार तरह के जवाब मिलेगें.
जब ड्रैस आपको पहननी हैं तो चुनाव भी आप ही कीजिएं.
Ex – कोई भी व्यक्ति शादी की तारीख का चुनाव शादी मे शामिल होने वाले लोगों से जाकर Conform नहीं करता. जिस दिन शादी होगी उस दिन लोगों को अपने सारे काम छोड़कर आना ही पडे़गा. यह हैं निर्णय लेने की ताकत का नतीजा. जब आप निर्णय ले लेते हैं तो लोग उसका अनुसरण करने लगते हैं.
यदि आप लोगों की प्रतिक्रियाओं पर निर्भर होने लगें तो आप कोई भी निर्णय सटिकता से नहीं कर पायेगें. हाँ Opinion जानने के लिए आप लोगों की राय ले सकते हैं. वो कहावत हैं ना , ” सुने सब की, पर करें मन की.”
आप अनुमान लगा सकते हैं कि आपके द्वारा लियें गये निर्णय आपके जीवन में होने वाली सभी घटनाओं के जिम्मेदार होते हैं.”
रतन टाटा कहते हैं” मैं सही निर्णय लेनें में यकिन नहीं रखता, बल्कि मैं निर्णय लेकर उन्हे सही साबित करता हूँ.”
अधिकतर परिवारों में विखंड़न की सबसे बड़ी वजह यही होती हैं कि परिवारों के प्रमुख ( मुखियाँ ) सभी निर्णय खुद ही लेते हैं. जबकि कुछ ऐसे निर्णय होते हैं जहाँ अन्य परिवार के सदस्यों की सहमती लेना जरूरी होता हैं. जहाँ ऐसा होता हैं उन परिवारों में आतंरिक एकता की डोर बहुत मजबूत होती हैं.
कई लोग छोटी-छोटी बातों में उलझ जाते हैं. वह दूसरो से अपनी समस्या का समाधान लेना उचित नहीं समझते. लेकिन ऐसा करके वह खुद को संकुचित सोच में जकड़े रहतें हैं. जब भारत के प्रधानमंत्री देश की जनता से नये विचार मांगने का आग्रह कर सकते हैं तो हमें अपने निकटस्थ लोगों की राय लेने में क्या नुकसान हैं ?
क्या पता आपसे उम्र में छोटे व्यक्ति के पास उस काम का अनुभव ज्यादा हो. किसी की उम्र छोटी होने से अमुभव छोटा नहीं हो जाता. इसलिए सही राय आपके निर्णय में मील का पत्थर साबित हो सकती हैं.
आपके निर्णय लेने से होने वाले अद्भुद फायदें कौनकौन से हो सकते हैं ? आइयें जानते हैं. –
किसी भी कार्य में खर्च होने वाले समय की बचत
जब आप किसी काम को लेकर असमंज्सता बनाये रखते हैं तो आपके आस-पास रहने वाले लोगों में निरसता का भाव पैदा हो जाता हैं. ऐसे में आपके प्रति उन लोगों का व्यवहार नकारात्मकता में बदल सकता हैं.
ऐसे में आपका समय और लोग दोनो हाथ से निकल जाते हैं. इसलिए जब आप सही निर्णय ले लेते हैं तो आपके समय की बचत होती हैं.
निर्णय लेने से ऊर्जा का संचार
जब आप किसी कार्य का निर्णय पूर्ण आकलन के साथ करते हैं तब आपमें जोश की लहर दौड़ पड़ती हैं. आप दुगनी Speed से उस कार्य को करने लगते हैं. आपके विचार बदलने लगते हैं. जब आपके विचार बदलते हैं तो आपका व्यवहार भी कुशल होने लगता हैं और जब व्यवहार में परिवर्तन होता हैं तो लोग आपकी ओर आकर्षित होने लगते हैं. आपमें आकर्षण की शक्ति जागृत होने लगती हैं.
नये अवसर प्राप्त होना
आपके निर्णय ही आपको नये अवसर प्रदान करते हैं. क्योकि बहुत से लोगो को आपमें उनके कार्य के लिए उम्मीद नजर आने लगती हैं. जिस प्रकार के आप निर्णय लेने में संक्षम होगे, ठीक उसी प्रकार की सम्भावनाएँ आपको तलाशने लगेगी.
चाहे घर का मुखियाँ हो या देश की सरकार, जब वह निर्णय लेने में रूचि दिखाते हैं. तब लोगों को उनमें अपनी तरक्की के अवसर दिखाई देते हैं.
उम्मीद करता हूँ कि आपको पांँस्ट जरूर पसंद आई होगी. आप अपनी राय कमेंट करके हमें जरूर बतायेगें. अपने सभी दोस्तों में शेयर करना ना भूलें. 
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धन्यवाद

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