एक और भारतीय को मिली दुनिया की इस मशहूर कंपनी की कमान, आनंद महिंद्रा ने कहा इंडियन CEO की लहर!

एक भारतीय के हाथों में दिग्गज काफी कंपनी स्टारबक्स ने अपनी कमान सौंप दी है। आपको बता दें कि भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन को स्टारबक्स के मैनेजमेंट ने कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त करने की घोषणा की है। 1 अक्टूबर से नरसिम्हन स्टारबक्स से जुड़ जाएंगे और अगले वर्ष कंपनी के मौजूदा सीईओ हावर्ड की जगह लेंगे। सुंदर पिचाई और पराग अग्रवाल के क्लब में अब स्टारबक्स के सीईओ की नियुक्त होने के ऐलान के बाद अब  लक्ष्मण नरसिम्हन भी जुड़ गए हैं। जिनके हाथों में विदेशी कंपनियों की कमान है। आपको बता दें कि पराग अग्रवाल ट्विटर और सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ है।

अगले वर्ष से संभालेंगे CEO का पद

हावर्ड शूलत्स अमेरिकन कंपनी स्टारबक्स में शामिल होने वाले लक्ष्मण नरसिम्हन की मदद के लिए 1 अक्टूबर से अप्रैल 2023 तक अंतरिम प्रमुख के रूप में बने रहेंगे। आपको जानकारी दे दे कि 25 वर्षीय लक्ष्मण नरसिम्हन ने ब्रिटेन स्थित रैकिट बेंकाइजर ग्रुप पीएलसी, लिसोल तथा एनफेमील बेबी फार्मूला के सीईओ (CEO) के रूप में कार्य किया है।

द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक स्टारबक्स की चेयर पर्सन मेलडी हॉब्सन ने कहा है कि अपना अगला सीईओ (CEO) बनाने के लिए कंपनी को एक असाधारण व्यक्ति मिला है। क्योंकि लक्ष्मण नरसिम्हन एक टेस्टेड लीडर है। हॉब्सन आगे कहा कि नए सीईओ की मदद के लिए शुलत्स को अप्रैल 2023 तक अंतरिम सीईओ के रूप में बने रहने के लिए हमने कहा है। 1 अप्रैल को नरसिम्हन सीईओ के पद को संभालेंगे।

नरसिम्हन ने मैनेजमेंट कंसल्टेंसी फॉर्म में 1993 से 2012 तक काम किया है। इसके पश्चात उन्होंने 2012 में पेप्सीको ज्वाइन कर लिया था। यहां पर चीफ कमर्शियल ऑफिसर के पद पर वह रह चुके हैं। इसके पश्चात रैकिट बेंकाइजर ग्रुप पीएलसी के सीईओ (CEO) वह 2019 में बने थे। नरसिम्हा ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रोजेक्ट का तथा सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष रूप से स्कूल बिल्डिंग का नेतृत्व किया है। डिजिटल इन्नोवेशन तथा ब्रांड और कंजूमर बेस्ट स्ट्रेटजी डिवेलप करने में भी उनका शानदार रिकार्ड रहा है।

भारतीय

पुणे के विश्वविद्यालय से की है इंजीनियरिंग की पढ़ाई

नरसिम्हन का जन्म पुणे में हुआ था तथा पुणे विश्वविद्यालय के ही कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से नरसिम्हन ने पढ़ाई की है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात वे यूनिवर्सिटी आफ पेनसिलवेनिया के व्हार्टन बिजनेस स्कूल चले गए थे। वहां उन्होंने एमबीए की डिग्री प्राप्त की। नरसिम्हा ने जर्मनी में मास्टर्स की पढ़ाई की थी।

भारत के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने लक्ष्मण नरसिम्हन के स्टारबक्स में सीईओ बनने पर भारतीय टैलेंट की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘ शुरुआत में जो पानी की एक बूंद थी वह अब बड़ी सुनामी में परिवर्तित हो गई है, दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ की नियुक्ति होना अब एक चलन बन गया है, इंटरनेशनल बोर्ड रूम में भारतीयों को लीडरशिप सौपना अब एक सुरक्षित दाव माना जा रहा है।

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