नरेद्र मोदी जी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य व कथ्य

नरेन्द्र मोदी से जुड़े रोचक तथ्य

अपने अडिग फैसले जैसे सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी, आर्टीकल 370/35A और एयर स्ट्राइक और अब सम्पूर्ण लाँक डाउन जैसे कठिन फैसले लेने वाले माननीय श्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़े ऐसे अनेक रोचक तथ्य है जिन्हें हर कोई जानना चाहता है तो चलिए आज हम करोड़ो की पसंद के रूप में रहने वाले नरेंद्र मोदी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य तथा कथ्य के बारें में जानते है. जो आपको जागरूक व प्रेरित करेगें :-
                            रोचक तथ्य
* नरेन्द्र मोदी जी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म ‘स्वतंत्र भारत’ यानी 15 अगस्त, 1947  के तुरंत बाद हुआ था. वह भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री भी हैं जिन्होंने जब प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया तो उनकी माँ जीवित थी. वह भारी बहुमत (लगभग 5.70 लाख वोट, बडोदरा ) द्वारा लोकसभा सीट जीतने का रिकाॅर्ड रखते हैं.
* नरेंद्र दामोदर दास मोदी गुजरात के मेहसाणा जिले के बड़नगर नामक एक कस्बे में बनिया परिवार में पैदा हुए. उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को दामोदर दास मूलचंद मोदी और हिराबेन मोदी के यहाँ हुआ था. जिनके 6 बच्चों में नरेंद्र मोदी सबसे बड़े हैं.

* 13 वर्ष की आयु में नरेन्द्र मोदी की सगाई ‘जसोदा बेन‘ चमनलाल के साथ कर दी गयी और जब उनका विवाह हुआ तब वह मात्र 17 वर्ष के थे. ‘फाइनेंशियल एक्सप्रेस’ की एक खबर के अनुसार पति-पत्नी ने कुछ वर्ष साथ रहकर बिताये. परन्तु कुछ समय बाद वे दोनों एक दूसरे के लिये अजनबी हो गये क्योंकि नरेन्द्र मोदी ने उनसे कुछ ऐसी ही इच्छा व्यक्त की थी. जबकि नरेन्द्र मोदी के जीवनी-लेखक ऐसा नहीं मानते. उनका कहना है :-

“उन दोनों की शादी जरूर हुई परन्तु वे दोनों एक साथ कभी नहीं रहे. शादी के कुछ बरसों बाद नरेन्द्र मोदी ने घर त्याग दिया और एक प्रकार से उनका वैवाहिक जीवन लगभग समाप्त-सा ही हो गया.”

* नरेन्द्र मोदी बचपन से ही निडर स्वाभाव के व्यक्ति है एक बार बचपन में वे अपने गाँव के पास के तालाब से जिन्दा मगरमच्छ पकड़ लाये थे जो की माँ के कहने पर वे वापस उसी तालाब में छोड़ आये.
* हिमालय में जाने के बाद उनके परिवार वालो ने उन्हें सन्यासी मान लिया था लेकिन नरेंद्र मोदी अनेक साधू संतो के सम्पर्क में रहने के बाद 2 वर्ष बाद फिर से वे वापिस घर लौट आये थे.
* नरेंद्र मोदी तपस्या से लौटने के बाद उनका मन घर के कार्यो में नही लगा जिस कारण से वे सक्रीय रूप से राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ (RSS) से जुड़ गये थे.
* मोदी किसी भी काम को छोटा या बड़ा नही समझते है वे शाखा में भर्ती होने के बाद साफ़ सफाई जैसे अनेक छोटे कार्य खुद से करते थे.
* जब नरेन्द्र मोदी पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे तो उनकी माता ने कहा था की बेटा रिश्वत कभी मत लेना.
* अगर आप तनाव में हैं, तो सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं, बाहर का अन्दर नहीं जाता, अन्दर का बाहर नहीं आता है. विचार प्रक्रिया में ठहराव आ जाता है, वो अपने आप में एक बोझ बन जाता है.
* आज कम्प्यूटर के युग में Playing Field, Play Station से ज्यादा महत्वपूर्ण है. Computer पर FIFA खेलिए लेकिन बाहर मैदान में तो कभी फुटबॉल के साथ करतब करके दिखाइए. आप कंप्यूटर पर Cricket खेलते होंगे लेकिन खुले मैदान में आसमान के नीचे क्रिकेट खेलने का आनन्द ही कुछ और होता है.
* नरेन्द्र मोदी ने 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान रेलवे स्टेशनों पर स्वेच्छा से सैनिकों को अपनी सेवाएं प्रदान कीं.
नरेन्द्र मोदी

* 1990 के दशक के दौरान, जब मोदी ने नई दिल्ली में भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में कार्य किया, तो उन्होंने सार्वजनिक संबंधों और छवि प्रबंधन पर अमेरिका में तीन महीने का लंबा कोर्स पूरा किया.

* पिछले चार विधान सभा चुनावों में अपनी वैवाहिक स्थिति पर खामोश रहने के बाद नरेन्द्र मोदी ने कहाँ कि अविवाहित रहने की जानकारी देकर उन्होंने कोई पाप नहीं किया. नरेन्द्र मोदी के मुताबिक एक शादीशुदा के मुकाबले अविवाहित व्यक्ति भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जोरदार तरीके से लड़ सकता है क्योंकि उसे अपनी पत्नी, परिवार व बाल बच्चों की कोई चिन्ता नहीं रहती. हालांकि नरेन्द्र मोदी जी ने शपथ पत्र प्रस्तुत कर जसोदा बेन को अपनी पत्नी स्वीकार किया है.

* नरेन्द्र मोदी जी ने एक भाषण के दौरान कहाँ था कि आतंकवाद युद्ध से भी बदतर है. एक आतंकवादी के कोई नियम नहीं होते. एक आतंकवादी तय करता है कि कब, कैसे, कहाँ और किसको मारना है. भारत ने युद्धों की तुलना में आतंकी हमलों में अधिक लोगों को खोया है.

* 26 जुलाई 2012 को ‘नई दुनियाँ’ के सम्पादक शाहिद सिद्दीकी को दिये गये एक इण्टरव्यू में नरेन्द्र मोदी ने साफ शब्दों में कहा – “2004 में मैं पहले भी कह चुका हूँ, 2002 के साम्प्रदायिक दंगों के लिये मैं क्यों माफ़ी माँगूँ ? यदि मेरी सरकार ने ऐसा किया है तो उसके लिये मुझे सरे आम फाँसी दे देनी चाहिये.” मुख्यमन्त्री ने गुरुवार को नई दुनिया से फिर कहा- “अगर मोदी ने अपराध किया है तो उसे फाँसी पर लटका दो. लेकिन यदि मुझे राजनीतिक मजबूरी के चलते अपराधी कहा जाता है तो इसका मेरे पास कोई जवाब नहीं है.”

* भारत के प्रधानमन्त्री बनने के बाद 2 अक्टूबर 2014 को नरेन्द्र मोदी ने देश में साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वच्छ भारत अभियान‘ का शुभारम्भ किया. उसके बाद पिछले साढे़ चार वर्षों में मोदी सरकार ने कई ऐसी पहलें की जिनकी जनता के बीच खूब चर्चा रही.

  श्री नरेन्द्र मोदी जी के विचार

* आप खुद के साथ स्पर्धा कीजिए कि मैं जहाँ कल था उससे 2 कदम आगे बढ़ा क्या, अगर आपको ऐसा लगता है तो यही आपकी विजय है. कभी भी दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा मत कीजिए बल्कि खुद के साथ अनुस्पर्धा कीजिये.

आत्मविश्वास खुद को चुनौती देने और कड़ी मेहनत करने से ही आता है. हमें हमेशा अपने आप को बेहतर बनाने के बारे में सोचना चाहिए.

* जिस पर संतोष का भाव पैदा हो जाता है, जीवन फिर आगे नहीं बढ़ता. हर आयु, हर युग, कुछ न कुछ नया पाने को गति देता है.

* माता पिता तो अपने बढती हुई बच्चियों पर लगाम तो लगाते है लेकिन ऐसे माता पिता अपने लडको से पूछते है की वे क्या करते है कहा जाते है क्यूकी एक बलात्कारी भी किसी माँ बाप का ही लड़का होता है इसलिए हर माँबाप का कर्तव्य है की अपनी बेटियों के साथ साथ बेटो पर ध्यान रखे की कही उनका बेटा  गलत दिशा में तो नही जा रहा है.

* जो हमारे दादा दादी ने किया मेरे माँ बाप ने भी वैसा किया क्या हमे भी वैसा करना चाहिए ? इस सोच पर देश नही चलता. हम अपने बडो से मार्गदर्शन तो ले सकते है लेकिन सोच और परिस्थिति तो अपने समय के हिसाब से होती है और उसी के अनुसार आगे बढ़ा जा सकता है.

* कुछ बनने के लिए सपने मत देखो बल्कि कुछ ऐसा करके दिखाना है ऐसा सपना देखना चाहिए.

* हमारे द्वारा की गयी कड़ी मेहनत कभी थकान नही लाती बल्कि उसे पूरा करने से संतोष का आनंद प्राप्त होता है.

* अगर आप तनाव में हैं, तो सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं, बाहर का अन्दर नहीं जाता, अन्दर का बाहर नहीं आता है. विचार प्रक्रिया में ठहराव आ जाता है, वो अपने आप में एक बोझ बन जाता है.
* आज कम्प्यूटर के युग में Playing Field, Play Station से ज्यादा महत्वपूर्ण है. Computer पर FIFA खेलिए लेकिन बाहर मैदान में तो कभी फुटबॉल के साथ करतब करके दिखाइए. आप कंप्यूटर पर Cricket खेलते होंगे लेकिन खुले मैदान में आसमान के नीचे क्रिकेट खेलने का आनन्द ही कुछ और होता है.

* पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके प्रयासों को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र के ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ अवार्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है.

* अभी हाल में कोरोना से जूझ रहें भारत के लिए बिल गेट्स ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है, “मुझे खुशी है कि आपकी सरकार कोविड-19 से निपटने में अपनी असाधारण डिजिटल क्षमताओं का उपयोग कर रही है.’ दुनिया के सबसे बड़े दानदाता ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि हम आपके नेतृत्व और आपकी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हैं, जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार देश में बहुत धीमी है और इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं.”

नोट :- हमने यह सभी जानकारी आपके ज्ञान के लिए इंटरनेट से जुटाई है. हमारा उद्देश्य लोगों तक सहीं जानकारी पहुँचाना है.

#Stay home #stay inspired #stay fearless

दोस्तों, आपको यह Post कैसी लगी ? हमें Comment section में जरूर बतायें. अपने आस-पास साफ-सफाई रखें तथा आपस में प्रेम व्यवहार बनायें रखें. आप हमें अपनी प्रतिक्रियाँ Merajazbaamail@gmail.com  पर मेल कर सकते हैं.            

                                                  धन्यवाद !

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *